03, Jul 2022

मृगशिरा नक्षत्र में जन्म और प्रभाव

मृगशिरा नक्षत्र में उत्पन्न व्यक्ति आक्रामक , सहन शक्ति में न्यून . प्रहारकर्म में निपुण होते हैं । सैनिक हों तो विशेष युद्ध कुशल , खिलाड़ी हों तो आक्रामक खिलाड़ी होते हैं । स्वभाव से शर्माले , कुछ डरपोक होते हैं । चंचलता व शरारत भरा अन्दाज इनके स्वभाव को विशेषता होती है । खेल - कूद आदि में , जिसमें अधिक संघर्ष हो , ऐसे कामों में विशेष तल्लीनता से काम करते हैं । ये लोग धन कमाने में सफल हो जाते हैं । धन - सम्पत्ति का उपभोग भी करते हैं । मूल रूप से ये शान्तिप्रिय होते हैं . लेकिन जब सिर पर बन आती है तो ये पीछे नहीं हटते हैं । ( वराह ) नारद के मत से ये व्यक्ति आगम अर्थात् शास्त्रों या विशेष विषयों ( नीति , कानून , गणित आदि ) के अच्छे जानकार होते हैं । इसी बल पर ये प्रभुता अर्थात् अधिकार पा लेते हैं और विद्वान् माने जाते हैं । ( नारद )  प्रायः युद्ध विद्या या मल्ल युद्ध या मार्शल आर्ट्स जूडो कराटे आदि के प्रति इनका आकर्षण होता है । दूसरों के गुणों से प्रभावित होने का स्वभाव होता है । ( पराशर )

धनवान् , अनैतिक कार्यों से धन इकट्ठा करने वाला , अविश्वासी , उन्नतिगामी , सट्टा - जुआ आदि में रुचि रखने वाला , व्यापारी , अधिकारी , कार्यों में निपुण , विचारशील , प्रतिभाशाली , धार्मिक और यदाकदा उत्सवों में झूठा आडम्बर तथा शान - शौकत दिखाने वाला ।

 प्रथम चरण में बाघ के समान प्रभावशाली नजरों वाला , सुन्दर दाँतों वाला , अपराजेय , सधी हुई नाक , थोड़ा आलसी , मुड़े हुए अग्र भाग वाले काले बाल , तीखे नाखून वाला , अधिक मुँहफट होता है ।

द्वितीय चरण में माननीय , कम धैर्य वाला , डरपोक , क्रोधी , मध्यम आकर्षक , थोड़ा चालाक , धन एकत्र करने वाला , प्रसिद्ध , निचले शरीरार्ध में हल्का व पीछे बड़बड़ाने वाला होता है ।

तृतीय चरण में कन्धों पर बालों वाला , गम्भीर व काली आँखें , ऊँची नाक , साँवला रंग , पतले हाथ पैरों वाला होता है ।

चौथे चरण में घड़े के समान गोल सिर वाला , अपवित्र कार्य करने वाला , घात या प्रहार में रुचि रखने वाला , बीच से चपटी नाक , बहुत बोलने वाला , बहुत अधिक क्रियाशील , सेनापति या यूथपति होता है ।

कारकत्व  -
 खुशबू , सेंट , परफ्यूम , वस्त्र , पानी से उत्पन्न पदार्थ , मोती , मूंगा , कमल आदि फूल , फल , रत्न , वनवासी लोगों का समुदाय , वन्य पदार्थ , पक्षी , पशु , शराब पीने पिलाने वाले व विक्रेता , संगीत कुशल लोग , गायक , गायन की समीक्षा करने वाले , कामुक लोग , सन्देश वाहक , नकल नवास , लम्बी समुद्री या दूर प्रदेशों की यात्राएँ भवन निर्माण , बड़े सुन्दर भवन , वास्तुविद् , अर्किटेक्ट , भवन निर्माण सामग्री आदि मृगशिरा के अधीन हैं ।